तुझे लगता है कि तेरा झूठ खुले आम बिकता है, पर ये मत भूल कि ऊपर वाले को सब दिखता है। तुझे लगता है कि तेरा झूठ खुले आम बिकता है, पर ये मत भूल कि ऊपर वाले को सब दिख...
लोग कुछ कहते है, पर मैं सुनता नहीं , अपनी धुन में चलता हूँ, पर थमता नहीं लोग कुछ कहते है, पर मैं सुनता नहीं , अपनी धुन में चलता हूँ, पर थमता नही...
यूँ नज़रअंदाज़ ना करो उसे, तुम्हें भी उड़ा कर वो ले जाएगा। पसीने तक ना छूट पाएंगे, यूँ नज़रअंदाज़ ना करो उसे, तुम्हें भी उड़ा कर वो ले जाएगा। पसीने तक ना ...
जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है। जात पात और धर्म बैठे तराजू की एक ओर हैं, समझ नहीं आता दूसरी ओर बैठा कौन है।
उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है। उम्र का सूरज अब, ढलान पर जा रहा है। लगता है कि बुढ़ापा आ रहा है।
कविता है तो कवि है ,कवि है तो कविता जीवन की लय समझाती है जीवन सरिता। मधुरिम मधुरिम कविता है तो कवि है ,कवि है तो कविता जीवन की लय समझाती है जीवन सरिता। म...